चर्चा में क्यों?
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNPFA) के अनुसार, विश्व भर में मानव आबादी 8 अरब तक पहुँच गई है।
वर्ष 2022 के आँकड़ों के अनुसार दुनिया की आधी से अधिक आबादी एशिया में रहती है, चीन और भारत 1.4 बिलियन से अधिक लोगों के साथ दो सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं।
- 2037 में 9 बिलियन और वर्ष 2058 में 10 बिलियन लोगों तक पहुंचने का अनुमान है।
- 1959 (3 बिलियन) से 1999 (6 बिलियन) तक 40 वर्षों में दोगुना हो गया है।
वर्तमान में (2022) प्रति वर्ष लगभग 0.84% की दर से बढ़ रहा है, जो प्रति वर्ष कुल 67 मिलियन लोगों को जोड़ रहा है।
1960 के दशक के अंत में विकास दर अपने चरम पर पहुंच गई, जब यह 2.09% थी।
विकास दर वर्तमान में घट रही है और आने वाले वर्षों में गिरावट जारी रहने का अनुमान है (2048 तक 0.50% से नीचे पहुंचकर, 2086 में 0 तक पहुंच गया, और 2100 में -0.11% की गिरावट)।
औद्योगिक क्रांति के साथ एक ज़बरदस्त परिवर्तन हुआ: जबकि विश्व की आबादी को 1 अरब तक पहुँचने में 1800 वर्ष तक का पूरा मानव इतिहास लगा था, दूसरा अरब केवल 130 वर्षों (1930) में हासिल किया गया था, तीसरा अरब 30 वर्षों में ( 1960), 15 वर्षों में चौथा अरब (1974), 13 वर्षों में पाँचवाँ अरब (1987), 11 वर्षों में छठा अरब (1998), 12 वर्षों में सातवाँ अरब और आठवाँ अरब प्रत्येक (2010 और 2022)। अकेले 20वीं सदी में दुनिया की आबादी 1.65 अरब से बढ़कर 6 अरब हो गई है।
दुनिया के 10 सबसे ज्यादा आबादी वाले देश / World Most Population Country 2022
जानिए सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश कौन सा है ?
चीन दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देशहैं । चीन की जनसंख्या 1 अरब 38 करोड़ है. जो कि विश्व की आबादी का 18.4 प्रतिशत हिस्सा हैं । हमारा देश भारत सबसे अधिक आबादी वालादुनिया का दूसरा देश हैं।
जनसंख्या वृद्धि की प्रवृत्ति:
- समग्र जनसंख्या वृद्धि दर में कमी:
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, वैश्विक जनसंख्या को 7 अरब से 8 अरब तक बढ़ने में 12 साल लगे और वर्ष 2037 तक 9 अरब तक पहुँचने में इसे लगभग 15 साल लगेंगे।
- यह इंगित करता है कि वैश्विक जनसंख्या की समग्र विकास दर धीमी हो रही है।
- संयुक्त राष्ट्र की जनसंख्या रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक जनसंख्या वर्ष 1950 के बाद से अपनी सबसे धीमी दर से बढ़ रही है, जो वर्ष 2020 में 1 प्रतिशत से कम रही है।
- विश्व की जनसंख्या वर्ष 2030 में लगभग 8.5 बिलियन और वर्ष 2050 में 9.7 बिलियन तक पहुँच सकती है।
- इसके वर्ष 2080 तक लगभग 10.4 बिलियन के साथ उच्च स्तर तक पहुँचने और वर्ष 2100 तक उसी स्तर पर बने रहने का अनुमान है।
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, वैश्विक आबादी के 60% ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं जहाँ प्रजनन दर प्रतिस्थापन स्तर से नीचे है।
- वर्ष 1990 में 40% ऐसे क्षेत्रों में रहते थे जहाँ प्रजनन दर प्रतिस्थापन स्तर से नीचे थी।
- गरीब देशों में उच्च प्रजनन स्तर:
- उच्चतम प्रजनन स्तर वाले देश प्रति व्यक्ति सबसे कम आय वाले होते हैं।
- वर्ष 2050 तक वैश्विक जनसंख्या में अनुमानित वृद्धि के आधे से अधिक की वृद्धि इन आठ देशों में केंद्रित होगी:
- कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, मिस्र, इथियोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और संयुक्त गणराज्य तंज़ानिया।
- उप-सहारा अफ्रीका के देशों द्वारा वर्ष 2050 तक प्रत्याशित वृद्धि में आधे से अधिक का योगदान किया जाने की संभावना है।
- अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन:
- अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन कई देशों में अब विकास का चालक है, इसे हम वर्ष 2020 में 281 मिलियन लोगों के अपने जन्म के देश के बाहर रहने के रूप में देख सकते हैं।
- भारत, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका सहित सभी दक्षिण एशियाई देशों में हाल के वर्षों में उच्च स्तर का उत्प्रवास देखा गया है।
- स्थिर होती जनसंख्या वृद्धि:
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, भारत की प्रजनन दर प्रति महिला 2.1 जन्मों तक पहुँच गई है, अर्थात् प्रतिस्थापन स्तर की प्रजनन क्षमता में और भी गिरावट आ सकती है।
- भारत की जनसंख्या वृद्धि स्थिर होने के बावजूद अभी भी 0.7% प्रतिवर्ष की दर से बढ़ रही है और वर्ष 2023 में इसकी आबादी दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन से अधिक होने की संभावना है।
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, चीन की जनसंख्या अब बढ़ नहीं रही है और वर्ष 2023 की शुरुआत से इसमें कमी आनी शुरू हो सकती है।
- विश्व जनसंख्या संभावना 2022 ने चीन की 1.426 बिलियन जनसंख्या की तुलना में वर्ष 2022 में भारत की जनसंख्या 1.412 बिलियन होने का अनुमान लगाया है।
- वर्ष 2048 तक भारत की आबादी चरम स्थिति के साथ 1.7 बिलियन तक पहुँचने की संभावना है और फिर सदी के अंत तक गिरावट के साथ इसके 1.1 बिलियन तक पहुँचने की संभावना है।
- दुनिया में किशोरों की सबसे अधिक आबादी:
- UNFPA के अनुसार, वर्ष 2022 में भारत की 68% आबादी 15-64 वर्ष के बीच है, जबकि 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों की आबादी 7% है।
- देश में 27% से अधिक लोग 15-29 वर्ष की आयु के हैं।
- 253 मिलियन के साथ भारत में दुनिया की सबसे बड़ी किशोर आबादी (10-19 वर्ष) है।
- भारत में वर्तमान में किशोरों और युवाओं की संख्या सर्वाधिक है।
- भारत की जनसंख्या, वर्तमान समय में "यूथ बल्ज़ (किसी देश की युवा, परंपरागत रूप से 16-25 या 16-30 आयु की जनसंख्या और अनुपात में अपेक्षाकृत अधिक वृद्धि) देखी जा रही है, वर्ष 2025 तक यह ऐसी ही बनी रहेगी और वर्ष 2030 तक भारत के सबसे ज़्यादा युवा जनसंख्या वाला देश बने रहने की संभावना है।
विश्व की जनसंख्या कितनी है ? 2022
worldometers.info वेबसाइट के मुताबिकवर्तमान में पूरे दुनिया की जनसंख्या 8,00,774,961 (800करोड़) है। जो हर सेकंड बढ़ रही है
भारत की जनसंख्या के संदर्भ में:
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, वैश्विक जनसंख्या को 7 अरब से 8 अरब तक बढ़ने में 12 साल लगे और वर्ष 2037 तक 9 अरब तक पहुँचने में इसे लगभग 15 साल लगेंगे।
- समग्र जनसंख्या वृद्धि दर में कमी:
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